लोगों के लिये सुरक्षित नहीं है यह स्थल, अन्य स्थान चिन्हित हो : महापौर
आंदोलन पर बैठी महिलायें, घंटों किया सड़क जाम, कई घंटों बाद जबरन हटायी जाम
नहीं जलने देंगे लाश, एक समूह के समझौते के बाद फिर दूसरे ने बनाया मुद्दा
आवाज डेली
हज़ारीबाग । कहां जलेंगे कोरोना संक्रमित । मरने के बाद भी उनके अंतिम संस्कार के लिये दो गज जमीन देने के लिये तैयार नहीं हैं लोग। जिस कारण इससे मृत लोगों की लाश घंटों पड़ी रह जा रही है । यह आंदोलन है कि हर दिन किसी नए ग्रुप के हांथों में चला जा रहा है और हर दिन पुलिस को माथापच्ची उसमें करनी पड़ रही है । ताकि कोविड 19 की चपेट में आकर मृत लोगों का अंतिम संस्कार हो सके ।
इसके लिये जिला प्रशासन ने nh33 कोनार पुल के नीचे बने सरकारी शमशान घाट को चयनित किया है और हर बार विरोध के बाद लाशें जल रहीं हैं तो ताकत के जोर पर। दो दिन पहले गणमान्य लोगों, सदर विधायक मनीष जायसवाल की उपस्थिति में बात बन गयी थी कि लाश जले पर सारे सामानों को बाद में जला दिया जाए । लेकिन मंगलवार को लाश जलाने के विरोध में औरतों ने हंगामा शुरू कर nh33 जाम कर दी ।

उनके मंगलवार को महिलाओं की नाराजगी और आंदोलन के बाद नेतृत्व नगर निगम अध्यक्ष रौशनी तिर्की और भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष रेणुका देवी करने लगी । जिला प्रशासन की ओर से सदर एसडीओ मेधा भारद्वाज, प्रशिक्षु आईएएस और एसडीपीओ ने बार- बार मनाने की कोशिश की, समझाया पर पानी में भींगकर महिलायें पीछे हटने को जब तैयार नहीं हुई तो बलपूर्वक पहले सड़क जाम हटवाया गया और फिर तीन लाशों का अंतिम संस्कार करा दिया गया ।

इस अवसर पर महापौर रौशनी तिर्की ने कहा यह गलत है । आबादी के बीच संक्रमितों की लाश जलाना गलत है । यह सामान्य मौत के लिये बनाया गया था । कहा कि नदी का पानी खेती में इस्तेमाल हो रहा है । आसपास लोग हैं, यह सही नहीं है ।