सदर विद्यायक, एसडीपी ने मनाया, समझाया तो ही हो पाया दो शवों का अग्निसंस्कार
आवाज डेली टीम
हज़ारीबाग । कोरोना संक्रमितों की लाश कोनार नदी के तट पर जलाने को लेकर आखिर क्यों भड़क गए उस क्षेत्र के आसपास के लोग कि उन्होंने रविवार दोनों कोरोना संक्रमितों का शव जलने से रोक दिया । इसमें बहुत हद तक वह लापरवाही भी है, जिसमें शव जलने के बाद बचे हुए सामान को खुले में छोड़ दिया ।
रविवार के विरोध में सड़कों पर उतरे लोग बार- बार यह दोहराते भी रहें । इस मामले में स्थल पर पंहुंचे सदर विधायक मनीष जायसवाल, सदर एसडीपीओ कमल किशोर, सदर प्रखंड के बीडीओ अमिताभ भगत, मुफ्फसिल थाना प्रभारी मनोज सिंह, मुर्दा कल्याण समिति के मो. खालिद अंसारी, स्थानीय वार्ड पार्षद सुबोध पासवान, पार्षद प्रतिनिधि अविनाश यादव, भाजपा नेता हरीश श्रीवास्तव, क्षितिज हॉस्पिटल के राजीव बग्गा और दर्जनों गणमान्य ने कोरोना संक्रमित शवों के डिस्पोजल को लेकर कोनार पूल श्मशान घाट साइट पर गहन चर्चा- परिचर्चा करते हुए लोगों को उनकी बात मानते हुए मना लिया ।
लोगों ने यह शर्त भी रखा की संक्रमित शवों का डिस्पोजल रोटेशन वाइज अन्य शमशान घाटों पर भी हों और जहां भी इन्हें जलाया जाए जलाने के पश्चात पूरी तरह सैनिटाइजर से साफ- सफाई की जाए। शव जलाने के पश्चात सभी तरह के पीपीई किट, पीतांबरी सहित अन्य तरह के अवशेषों को भी जलाकर नष्ट कर दिए जाएं। लोगों के इस आग्रह का जिला प्रशासन की ओर से सदर एसडीपीओ कमल किशोर और मुर्दा कल्याण समिति के मो. खालिद अंसारी ने स्वागत करते हुए उन्हें आश्वस्त किया की ऐसा ही किया जाएगा । उसके बाद hmch में कोरोना संक्रमित दो लाशों का अंतिम संस्कार हो पाया ।