मुखाग्नि देना तो दूर मां की लाश की ओर देखा तक नहीं, बड़े भाई की बेटी ने दी आग
आवाज टीम
हज़ारीबाग । कोरोना ने अब रिश्ते में भी ऐसा जहर घोल दिया है कि अब कुछ लोग खून के रिश्तों का भी ख्याल नहीं रख रहे हैं ।
शनिवार को आरोग्यम में इलाज के दौरान 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला सरस्वती देवी की कोरोना से मौत के बाद सूचना पर पहुंचे दो बेटों ने मां को मुखाग्नि देना तो दूर अंतिम संस्कार में भाग लेने से इंकार कर दिया ।
जबकि स्थल पर पीपीई किट के साथ जाने को कहा गया तो अंतिम संस्कार वाले स्थल पर दोनों ने जाने से मना कर दिया । जब महिला के अंतिम संस्कार के लिये लकड़ी के लिये पैसे मांगा गया तो दोनों ने यह कहते हुए हांथ खींच लिया कि कोविड में मौत के बाद सरकार सारा कुछ करती है और मां का अंतिम दर्शन किये बिना दोनों वहां से चले गए ।
इस अमानवीय कृत्य के बाद मृतका पोती, बड़े बेटे की पुत्री सुकृति ने सारी रस्म पूरी कर मुखाग्नि दी । सुकृति आरोग्यम में कार्यरत है । गौरतलब है कि सुकृति के पिता और भाई भी कोरोना संक्रमित होकर कोडरमा में भर्ती हैं ।
चार दिन पहले इन्होंने ही आरोग्यम में महिला को भर्ती कराया था ।