आनंद राज
बड़कागांव (आवाज )। अंधविश्वास जब फैल जाती है तो लोग कुछ भी मानने को तैयार नहीं होते। ऐसा कि बड़कागांव के सकमदरहा नदी तट पर युवक की लाश निकालने के दौरान ऐसी भीड़ उमड़ी मानो वहां कोई तमाशा चल रहा हो।
दरअसल रविवार को नदी में उतरने पर तीन दोस्त डूब गए, जिसमें से दो की जान बच गयी पर विकास उर्फ विक्की पानी में न केवल डूब गया, बल्कि उसकी लाश नीचे पानी में कहीं फंस गयी। उसे सोमवार को कई घंटों की मशक्कत के बाद नदी से एनडीआरएफ टीम द्धारा निकाला गया।
शव की तलाश करने पहुंचे एनडीआरएफ टीम को देखने के लिए उमड़ी भीड़ में चर्चा यह थी कि उक्त स्थल पर यह चौथी घटना है। इसके पहले भी तीन लोगों बादम निवासी गुलाम कादिर पिता मो शफीक, सोनू अंसारी पिता पुकारू तथा एक अन्य की मौत गहरे पानी में डूबने से हो चुकी है.
इस बाबत ग्रामीणों का कहना है कि उक्त स्थल पर भूत देवता का निवास है जो समय समय पर आदमी का पूजा लेता है। उक्त स्थल पर लगाए गए टीका का रंग सफेद हो जाता है और तब किसी की मृत्यु यहां डूबने से होती है तो पुनः वह टीका लाल हो जाता है।
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि उक्त टीका पिछले वर्ष से ही सफेद दिख रहा था यह प्रक्रिया 10 से 12 वर्ष के अंतराल में होता है और 10 साल के अंतराल पर करीब करीब एक व्यक्ति की मृत्यु हर हाल में डूबने से हो ही जाती है। इसी में लाश निकाले जाने तक भीड़ वहाँ जमी रही।