बिहार के खगड़िया से पकड़ा गया वाहन, एसपी ने कहा नीलामी में वाहन लेनेवाले ने नहीं कराया वाहन ट्रांसफर
आवाज टीम
बिहार। झारखण्ड के चतरा एसपी के पदनाम से रजिस्टर्ड टाटा- 407 वाहन बीआर 48-0178 से बिहार में शराब की तस्करी हो रही थी। इस बात का खुलासा विदेशी शराब खेप के साथ उत्पाद विभाग द्वारा वाहन को खगड़िया से जब्त करने के बाद हुआ। अधिकारी तब हैरान हो गए जब जब्त टाटा-407 वाहन के स्वामित्य का सत्यापन कराया गया और यह वाहन चतरा एसपी के नाम निकला।
खगड़िया की उत्पाद विभाग की टीम ने इसी साल 18 जून को जिले के टॉवन थाना इलाके के बलुहाही बस स्टैंड के पास टाटा -407 नाम के एक वाहन को शक के बिनाह पर जब्त किया था। गाड़ी की तलाशी के दौरान 55 कार्टन विदेशी शराब उसमें बरामद हुआ था। गाड़ी का चालक फरार हो गया था।
खगड़िया परिवहन विभाग से जारी पत्र में बताया गया कि जिस वाहन से शराब की ढुलाई होती थी वह चतरा के पुलिस अधीक्षक के पदनाम से खरीदी गई है।
हालांकि उत्पाद विभाग ने इस बाबत जब चतरा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पत्राचार किया तो बताया गया कि जब्त टाटा 407 एसपी के पदनाम से खरीदी गई है।
लेकिन पुरानी गाड़ी होने के कारण 2016 में चतरा निवासी सरवर आलम के हाथों बेच दिया गया था। अधिकारियों की माने तो वाहन की नीलामी होने के बाद भी नाम में बदलाव नहीं किया गया है. शराब की तस्करी के लिए ही वाहन खरीदा गया था।
विभाग केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई कर रही है। मामले में चतरा एसपी ऋषभ झा ने कहा कि गाड़ी की चार साल पूर्व हो चुकी है नीलामी, क्रेता ने नहीं कराया है नाम ट्रांसफर। लापरवाह दोषी क्रेता सरवर आलम के विरुद्ध कार्रवाई होगी।