आवाज डेली
लोहरदगा। लोहरदगा में शनिवार को जिंदा दफना दिये गए एक नवजात शिशु के रोने की आवाज सुनकर राहगीर ने उसकी जान बचा ली।
राह चलते उसने यह आवाज सुनी तो वहां से भागा नहीं, बल्कि समय रहते वहां जाकर देखने पर वहां एक नवजात को मिट्टी में आधा-अधूरा दफन देखा। उसे सही सलामत मिट्टी से बाहर निकाला। फिलहाल वह सुरक्षित है।
शमशान में मिट्टी में दफन नवजात के मिलने की सूचना पर कुडू थाना प्रभारी अनिल उरांव, एसआइ मुरारी कुमार पहुंचे और मामले की जानकारी ली।
कुडू थाना प्रभारी अनिल उरांव का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। नवजात के माता-पिता का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। बाल कल्याण समिति के सदस्य भी गांव पहुंच गए ।
फिलहाल नवजात सुरक्षित है और गांव के एक परिवार के पास है। यह परिवार नवजात को रविवार को कुडू थाना पुलिस के हवाले करेगा।