राजू यादव / आवाज प्रतिनिधि
टाटीझरिया (आवाज)। इचाक थाना क्षेत्र के झरपो निवासी टिंकू रविदास की दूसरी पत्नी पिंकी देवी (उम्र 30 वर्ष) की लाश गुरूवार को अमनारी के करमाटांड़ जंगल से पुलिस ने बरामद किया है। शव मिलते ही घटनास्थल पर क्षेत्र के लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
पिंकी के गले में रस्सी का निशान था तथा बगल में कुछ सल्फास की गोलियां फेंकी हुई थी। प्रथम दृष्टया लग रहा है कि महिला को सल्फास गोली खिलाकर और उसका गला दबाकर हत्या कर दिया गया होगा। शव को जंगल के बगल खेत में फेंक दिया गया।
शव को इचाक पुलिस अपने कब्जे में लेकर हजारीबाग पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा कि झरपो निवासी टिंकू रविदास की पहली शादी विष्णुगढ के बक्सपुरा की पार्वती देवी (32 वर्ष) के साथ हुआ है। पहली पत्नी से इसके एक बेटी और दो बेटा है।
टिंकू जब कमाने दिल्ली गया तो वहीं उसका पिंकी के साथ प्रेम हो गया और वह उससे ब्याह कर लिया। लॉकडाउन के दौरान इसी माह 6 सितंबर को टिंकू पिंकी को लेकर अपने गांव झरपो आ गया। कहा जा रहा है कि टिंकू रविदास ने दिल्ली में पिंकी को पहले प्रेम जाल में फंसाया, फिर किया शादी और उसे अपने घर भी लाया। उसकी जान भी पति के परिजनों ने ले ली।
अब उसके शव का पोस्टमार्टम हुआ और उसके बाद उसके पति को लाश गुरुवार को सौंप दी गई पर शनिवार को समाचार लिखे जाने तक उसका अंतिम संस्कार नहीं हो पाया था। लड़की की हत्या के बाद उसके गांव वालों ने कानाफुसी होने लगी।
इसी क्रम में कुछ ग्रामीणों ने नाम नहीं छापे जाने के शर्त पर बताया कि मृतिका के पास लाखों रुपये थे। वह दिल्ली में किसी पदाधिकारी के यहां काम करती थी, इसके एवज में उसे 20 हज़ार रुपये मासिक मिलते हैं। उसके पास काफी पैसे जमा थे।
जिससे वह टिंकू को लगभग 20 लाख रुपये दिए हैं। कुछ चारपहिया वाहन और दो पहिया वाहन भी उसी के पैसे से लिया गया था, बाद में गाड़ियों को बेच दिया गया है। झरपो में उसी के पैसे से घर भी बनाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि संभवतः उसके पास पैसे खत्म हो गए और फिर उसके घरवाले उसे लगातार प्रताड़ित किया जाने लगा। यह घटना उसी का परिणाम है। ग्रामीणों ने बताया कि इनलोगों को शुक्रवार को ही दिल्ली जाने का टिकट था, इसी बीच यह घटना घटी।
लड़की के परिजनों का कोई पता नहीं है
मृतिका के मायके के बारे में किसी को पता नहीं है। कुछ लोगों ने बताया कि यह शायद असम के थी, जो दिल्ली में सेठ के यहां रहने लगी थी। इसका कोई रिश्तेदार रांची में भी रहता है। हलांकि यह अपुष्ट खबर है। लड़की का एटीएम, आधार कार्ड, पैन कार्ड, मतदाता कार्ड को घरवाले जलाने का प्रयास कर रहे थे, जिसे लोगों ने मना किया। उसके मोबाइल में आये काल डिटेल की जानकारी ली जाती है तो संभवतः दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।