जेपी कारा में की थी मारपीट, निलंबन के साथ हुआ था उसका स्थानांतरण
ढाई साल बाद फिर कारा में लौटा जमादार, पिता ने सीएम से लगायी गुहार
आवाज डेली टीम
चतरा। जेपी केन्द्रीय कारा में बंद, ग्राम सलगी सिमरिया, चतरा के एक कैदी को अब सता रहा है भय कि दुबारा से अपनी पोस्टिंग कराकर पहुंचा जमादार उसका कारा में सोना, उठना- बैठना मुश्किल कर देगा। इसे लेकर वह पिछले कुछ दिनों से अवसाद में है। उसकी मानसिक स्थिति देखते हुए पिता ने मुख्यमंत्री से फरियाद कर कारा में दहशत में आये अपने बेटे के लिये न्याय की गुहार लगायी है।
पिता भी सशंकित हैं कि जमादार द्वारा उसके बेटे से बदला लिया जा सकता है, जो हजारीबाग स्थित जेपी केन्द्रीय कारा में सालों से बंद है। सीएम को लिखे पत्र में कैदी के पिता राधिका रमन सिंह ने बताया है कि उसका बेटा प्रभात कुमार कारा में सजायाफ्ता कैदी है। 2016 में कारा में पदास्थापित जमादार अवधेश सिंह ने उसकी बेरहमी से पिटायी कर दी थी।
अफसरों से शिकायत के बाद हंगामा होने पर उक्त जमादार को निलंबित कर उनका यहां से स्थानांतण कर दिया गया था। बताया कि ढाई साल बाद दुबारा से जमादार अवधेश सिंह जेपी केन्द्रीय कारा में अपना तबादला कराकर पहुंच गया है।
अब उसके बेटे पर खतरा मंडरा रहा है। शिकायत कर कार्रवाई कराने के कारण जमादार कारा के लठैतों (रायटर) की मदद से अपना बदला उससे साध सकता है और इसी को लेकर उनका पुत्र दहशत में है।