ग्रामीणों ने किया विरोध, शव को पांच घंटे तक उठने नही दिया
बैल चराने गया था भुक्तभोगी, घटना गोला थाना क्षेत्र के जयंतिबेडा गांव की
अंजनी कुमार
गोला। 48 घंटों के भीतर रामगढ़ जिले के गोला में दूसरी बार हाथियों ने पटक- पटक कर फिर एक व्यक्ति को मार डाला।
भुक्तभोगी बैल चराने गया था, जहां वह हांथियों के झुंड का शिकार बन गया। बताया जा रहा है कि गोला थाना क्षेत्र के साडम पंचायत अंतर्गत जयंतिबेडा गांव निवासी सुलेमान अंसारी 56 वर्ष सोमवार की दोपहर को जंगल में बैल चराने की बात कह कर घर से निकले थे। लेकिन देर रात तक वे नहीं लौटे।
सुबह कुछ लोग हिम्मत कर जंगल में गए तो शव मिला। शव के अगल- बगल हाथियों के पैर के निशान मिले है। साथ ही पेड़ो को भी सूंढ से क्षतिग्रस्त हाथियों ने कर दिया है।
वन विभाग की टीम सुबह में घटना स्थल पहुची। यहां ग्रामीणों ने मुआवजा एवं सुरक्षा की मांग करते हुए शव नहीं उठाने दिया। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई दिनों से हाथी पास के जंगल में विचरण कर रहें है।
इसकी सूचना वन विभाग को फोन पर दी गई। लेकिन कोई भी इसकी सुध लेने नही आया। पांच हजार तत्काल मुआवजा रेंजर ने दिया। बाकी का पैसा सरकारी योजना के तहत दिए जाने की बात कही गई।

इसके बाद शव को उठाने दिया गया। गौरतलब है कि गोला वन क्षेत्र के आस पास निवास करने वाले लोगों को जंगली हाथियों ने जीना मुहाल कर दिया है।
पिछले 15 अगस्त को ओराडीह निवासी रमेश मुर्मू को हाथियों ने गंभीर रूप से घायल कर दिया था।
रिम्स में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। गोला क्षेत्र में हाथियों का उत्पात पर सरकार गंभीर नहीं है। इसका उदाहरण है कि उत्पात घटने के बजाय बढ़ रहा है।
लोग पेड़ पर चढ़कर रात बिताते है। शाम ढलते ही घरों में दुबक जाते है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गृह प्रखण्ड में इस तरह की लगातार घट रही है।