सदर विधायक ने की पहल, कंपनियों के अधिकारियों संग की बैठक
आवाज टीम
हजारीबाग | सदर विधानसभा क्षेत्र के कटकमदाग प्रखंड स्थित कुसुम्भा गांव को शहर से जोड़ने वाली मुख्य सड़क की स्थिति नारकीय हो गयी है |
कोल ट्रांसपोर्टिंग की वजह से सैकड़ों हाईवा सहित भारी- भरकम गाड़ियों के इस मार्ग पर लगातार चलने की वजह से इस पथ की स्थिति जर्जर हो गई है। जिससे इलाके के लोग बेहद परेशान हैं वहीं आए दिन लोग दुर्घटना के शिकार भी हो रहे हैं

| ग्रामीणों के आग्रह पर सोमवार को सदर विधायक मनीष जायसवाल एनटीपीसी और त्रिवेणी सैनिक कंपनी के वरीय अधिकारियों के साथ कुसुम्भा गांव पहुंचे और इस मामले को लेकर यहां पंचायत भवन सभागार में एक बैठक की |
विधायक ने एनटीपीसी के अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में कहा कि एनटीपीसी आवागमन और परिवहन हेतु निर्मित मुख्य सरकारी पथ को अपने परिवहन के लिए पूर्ण तरीके से बंद करें और जल्द से जल्द अपने स्तर से बनाए गए वैकल्पिक पथ का प्रयोग करें।
विधायक ने इसके लिए उपस्थित एनटीपीसी के अपर महाप्रबंधक राजीव रंजन से एक तय सीमा में निर्धारित करते हुए ग्रामीणों को आश्वस्त करने और फिलहाल ट्रांसपोर्टिंग रोककर जर्जर मुख्य पथ को चलने लायक बनाने का निर्देश दिया।
ट्रांसपोर्टिंग रोककर इसे चलने योग्य बनायेंगे : अपर महाप्रबंधक राजीव रंजन
मौके पर अपर महाप्रबंधक राजीव रंजन ने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि वैकल्पिक पथ को लेकर रेलवे के साथ कुछ तकनीकी पेंच है लेकिन इसे जल्द रेलवे से वार्ता करके सुलझा लेने की बात कही | कहा कि वैकल्पिक पथ कब तक चालु कर पायेंगे, इसे वे अगले दो दिनों में बता पाने की स्थिति में होंगे |
इसके अलावे कुसुम्भा मुख्य पथ का टेंडर साज द्वारा हो गया है जिसपर वर्षा के उपरांत अक्टूबर महीने से काम शुरू होगा। कहा कि इससे पहले तत्काल ट्रांसपोर्टिंग रोककर एनटीपीसी इसे चलने योग्य बनाएगा।
मौके पर विशेषरूप से त्रिवेणी सैनिक के जीएम आर.के. पटनायक, एनटीपीसी अधिकारी विभूति प्रसाद, रंजीत कुमार, संतोष महतो, त्रिवेणी अधिकारी रमेश नागराज, कुसुम्भा मुखिया गणेश तुरी, प्रखंड प्रमुख अशोक यादव, कटकमदाग विधायक प्रतिनिधि अजय साहू, स्थानीय ग्रामीण राजू यादव, धुपलाल गोप, सुरेंद्र राणा, हरिनाथ यादव, कमल यादव, भोला राम, करण राणा, मोहन तुरी, प्रमोद यादव, भाजपा कार्यकर्ता सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, विधायक मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी सहित दर्जनों स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे ।