रघुवर राज की ज्यादती हेमंत सोरेन के शासन में भी दिखायी, हज़ारीबाग में चला डंडा
आवाज डेली टीम
हज़ारीबाग। रघुवर दास के शासन में नगर निगम और रितिका एजेंसी की कार्यशैली को लेकर पूरे राज्य में नाराजगी फैली थी। जिसके बाद चुनावी वर्ष को देखते हुए दोनों ने अपना रुख को कुछ नरम कर लिया था।
लेकिन चुनाव में कई वजहों में एक कारण यह भी रहा, जिसमें रघुवर शासन को मतदाताओं ने उलट दिया।
जेएमएम नीत सरकार की बागडोर हेमंत सोरेन के संभालने के बाद एजेंसी- नगर निगम चुपचाप राजस्व संग्रहण में शालीन तरीके से जुटी थी पर गुरुवार को दण्डामार तरीके से बिना नोटिस दिये दोनों ने शहर में अवैध होर्डिंग/ बिल बोर्ड हटाने का अभियान चलाया।
यह अभियान पीटीसी. चौक से होटल ए. के इंटरनेशनल तक चलाया गया। कहा गया कि नगर निगम क्षेत्र में किसी प्रकार के होर्डिंग/ बिल बोर्ड इत्यादि लगाने से पहले नगर निगम से अनुमति लेना अनिवार्य है।
नगर निगम द्वारा गीलीटज, रैकर्स एकेडमी, जुम्बा डांस क्लासेस , आई. आई. टी. जे. ई. ई मेडीकल बोर्ड, हरी ओम प्रेस कैरियर गाइड, चानक्या आई.एस एकेडमी, बैंटेक इत्यादि के होर्डिंग को हटाया गया।
अभियान के क्रम में कुछ होर्डिंग/बिल बोर्ड मालिकों द्वारा आग्रह किया गया कि वेे शाम तक शुल्क कार्यालय में जमा करा देंगे उन्हें शाम तक का समय दिया गया।
मटवारी स्थित पेपर एंड साल्ट रेस्टुरेंट द्वारा उसी समय भुगतान किया गया।
नगर निगम द्वारा बताया गया कि शहर में जितने भी अवैध होर्डिंग/बिल बोर्ड लगे है उनका शुल्क जमा करें अन्यथा झारखंड नगर पालिका अधिनियम 2011 के सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कारवाई करने हेतु निगम बाध्य होगी जिसके लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।
अभियान का नेतृत्व नगर प्रबन्धक सुश्री फरहत अनीसी, रोहित डेविड गुड़िया ने किया जिसमें धर्मेन्द्र राय सहित निगम एव रितिका एजेन्सी के अन्य कर्मी शामिल थे।
इसमें अपनी दुकान, अपना मकान रहते हुए भी जारी हुआ फरमान, प्रचार का हटाओ बैनर- होर्डिंग और चुकाओ इसका लगान, कोरोना काल में परेशान व्यवसायियों के साथ एक और ज्यादती। हेमंत सरकार को बदनाम करने की साजिश।