नेशनल डेस्क
कानपुर: में बिकरू गांव के नरसंहार में शहीद हुए पुलिसकर्मियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट मंगलवार को आई है, जिसमें चौंकाने वाले कई खुलासे किए आए हैं । यह बता रही है कि गैंगेस्टर विकास कितना क्रूर था ।
उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार की माने तो उन्होंने विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारों को जो कुछ बताया उसके अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह खुलासा हुआ है कि CO देवेंद्र मिश्रा समेत सभी पुलिसकर्मियों की हत्या करने के लिए धारधार हथियारों का भी इस्तेमाल किया गया था। पुलिसकर्मियों को सिर्फ मारना ही मकसद नहीं था, बल्कि क्रूर तरीके से बदला लेना भी उनकी सोच रही थी , जिसे उन्होंने पूरा किया । पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक CO देवेंद्र मिश्रा को 4 गोली मारी गईं जिसमें से तीन उनके शरीर से आर-पार हो गई. 1 गोली उनके सिर में, एक छाती में और 2 पेट में लगी थी। इसके अलावा विकास दुबे और उसके साथियों ने सीओ देवेंद्र मिश्रा को गोलियां मारने के बाद उनके पैर को भी काट दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक सभी गोलियां प्वाइंट ब्लैंक रेंज से मारी गईं। इसके अलावा 3 पुलिसकर्मियों के सिर पर और 1 के चेहरे पर गोली मारी गई. सभी 8 पुलिसकर्मियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ये साफ होता है कि बेहद बेरहमी से सभी की हत्या की गई। शहीद हुए पुलिसकर्मियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक सिपाही सुल्तान को दो गोलियां मारी गईं। अन्य पुलिसकर्मियों को आठ से दस गोलियां मारी गईं जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई । पोस्टमार्टम के दौरान डॉक्टर शरीर पर गोलियों के निशान देखकर दंग रह गए। पुलिसकर्मियों के सिर, चेहरे, हाथ, पैर, सीने और पेट में गोलियां लगीं। वहीं सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र के चेहरे पर एक गोली लगने से वाइटल ऑर्गन बाहर आ गया और उन्होंने तुरंत दम तोड़ दिया. डॉक्टरों के अनुसार यही हाल अन्य पुलिसकर्मियों का भी हुआ होगा. ज्यादातर गोलियां शरीर के शरीर के पार हो गईं. तीन पुलिसकर्मियों के शरीर में गोलियों के टुकड़े मिले जो हड्डियों से टकराने से कई टुकड़ों में बंट गए. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक कानपुर पुलिस हत्याकांड में विकास दुबे और उसके साथियो ने रायफल से गोलियां चलाईं। पोस्टमार्टम के दौरान मिले गोलियों के टुकड़ों को परीक्षण के लिए भेजा जाएगा.